
मानसून देर से भले आया मगर जमकर बरस रहा है। हर जगह बारिश हो रही है और झमाझम बारिश से नदियां उफना रही है बांधों पर दबाव बढ़ने लगा है। उत्तर बिहार और सीमावर्ती नेपाल की नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में पिछले पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ रहा है। प्रदेश में कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर है। इसी को देखते हुए मौसम विभाग ने बिहार में भारी बारिश और बाढ़ की चेतावनी दी है। जल संसाधन विभाग के अनुसार पटना में गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। शिवहर में बागमती खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसके अलावा गंडक एवं सोन नदी में भी पानी का उफान दिख रहा है।
सरकार ने बाढ़ वाले स्थलों पर कड़ी निगरानी का निर्देश दिया है। जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों को भी अलर्ट कर दिया है। पटना के दीघा में सोमवार को गंगा का जलस्तर 43.95 मीटर था जो मंगलवार को बढ़कर 44.29 मीटर पर पहुंच गया

मौसम विभाग के अनुसार 11 से 14 जुलाई के बीच किशनगंज, कटिहार, अररिया, सीवान, समस्तीपुर, गोपालगंज, दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर और पूर्वी चम्पारण समेत 11 जिलों में तेज बारिश की आशंका है। जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार कोसी नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी लगातार जारी है। सुपौल में लगातार बारिश के कारण कोसी का जल-स्तर बढ़ रहा है। बुधवार को कोसी बराज से एक लाख 10 हजार 240 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। लगातार बढ़ रहे जलस्तर से नदी तट के किनारे रहने वाले लोगों को ऊंचाई वाले जगहों पर भेजा रहा है और जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।