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कृषि निदेशक बिहार के द्वारा खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए जारी पत्र का बिहार राज्य खुदरा खाद कीटनाशक बिक्रेता संघ ने किया स्वागत।

बिहार राज्य खुदरा खाद कीटनाशक बिक्रेता संघ के प्रदेश अध्यक्ष निरंजन कुशवाहा ने प्रेस वार्ता आयोजित कर कहा कि सरकार का, प्रदेश के किसानो एवम खुदरा ऊर्वरक विक्रेताओं के हित में ऐतिहासिक आदेश है। इससे बिहार में खाद की कालाबाजारी रुकेगी। उन्होंने कहा कि, इससे पूर्व किसानों, अधिकारियों एवम मीडिया को केवल खुदरा ऊर्वरक विक्रेता ही दोसी नज़र आते थे । खुदरा उर्वरक संघ ने लगातार सरकार को इन बातों से अवगत कराते रहा है की जब खुदरा विक्रेताओं को ऊंचे दर पर खाद मिलेगा तो वो क्या करेंगे । खुदरा विक्रेता हमेशा ₹ ५/- से ₹ १०/- के मुनाफे पर यूरिया बेचता रहा है । अब जिनको सरकार के इस निर्णय से परेशानी है वही लोग, बिहार में इस आदेश के बाद भोले भाले खुदरा उर्वरक दुकानदारो को बरगला कर हड़ताल के लिए उकसा रहे है। उन्होंने प्रदेश के सभी खुदरा उर्वरक विक्रेताओं से हड़ताल न करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि खुदरा ऊर्वरक संग हमेशा से ये मानता है, की अगर किसान खुशहाल रहेंगे तो बिक्रेता भी खुशहाल रहेंगे।श्री कुशवाहा ने कहा कि खाद कालाबाजारी के लिए खुदरा खाद बीज बिक्रेता जिम्मेदार नहीं है, इसके लिए थोक विक्रेता और कंपनी जिम्मेदार है। अगर ऊँचे दामो में खाद नहीं मिलेगा तो खुदरा बिक्रेता क्यों बेचेंगे? उन्होंने कहा कि जवाबदेही तय होने के बाद खाद बिक्रेता के साथ साथ नीचे से लेकर उच्च स्तर के अधिकारियों तक इस जद में आ रहे हैं। श्री कुशवाहा ने सरकार से अपील किया है की चुंकि खुदरा उर्वरक विक्रेता किसानो से सीधे जुड़े होते है, इसलिए सरकार, ऊर्वरक कंपनी से सीधा खुदरा उर्वरक विक्रेताओ एवम पैक्स को खाद बिलिंग करने का आदेश देना चाहिए, जिससे कालाबाजारी पूर्ण रूप से खत्म हो सके। इस मौके पर संगठन के प्रधानमहासचिव भरत कुमार भगत, बमबम चौधरी, हरेंद्र सिंह, वसीम अकरम आदि मौजूद थे।

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