पूर्णिया के रुपौली अंचल निरीक्षक का शराब मटन की पार्टी करते वीडियो वाइरल।
सुशासन बाबू की सरकार जहां पर लाख दावा करती रही बिहार में पूर्ण शराबबंदी है।वहीं अधिकारी की शराब पार्टी का वीडियो वायरल होने से कहीं ना कहीं सुशासन की सरकार का पोल खोलते हुए नजर आ रही है।पूर्णिया जिले में शायद यह पहली घटना है कि रुपौली अंचल के अंचल निरक्षक रामचंद्र मोची का शराब पार्टी का वीडियो वाइरल हो रहा है।हालांकि वाइरल वीडियो की शिकायत जिले के आलाधिकारी तक पहुच चुकी है।एडीएम तारिक इक़बाल ने मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए बिना समय गंवाए धमदाहा डी सी एल आर मो शाहजहाँ को मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया।डीसीएलआर मो शाहजहाँ ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि जांच प्रारम्भ कर दिया गया है, जांच में अभी कुछ वक्त लगेगा।उसके बाद जांच रिपोर्ट एडीएम कार्यालय को सौंप दिया जाएगा।पिछले कुछ दिनों से एक शराब पार्टी का वीडियो धरल्ले से वाइरल हो रहा है।वीडियो देखने से लगता है कि शराब पार्टी कुछ लोगों के साथ चल रही है।वीडियो के बैकग्राउंड में शादी का गाना बज रहा है,जिससे लगता है कि किसी शादी के मौके पर वीडियो चुपके से शूट किया गया है।वीडियो में खास बात यह कि 13 मिनट 41 सेकेंड के विडियो में सिर्फ सी आई को फोकस कर वीडियो शूट किया गया है।हालांकि साथ मे खा पी रहे अन्य लोगो की आवाज आ रही है।वीडियो शूट करने वाला पूरी तैयारी के साथ सी आई को अपने चंगुल में फंसाने के लिए यह कारनामा किया है।शराब के जाम पे जाम जब छलकने लगता है तो फिर सरकारी बाबू शराब के नशे में मदहोश होकर अपने काम करने का घुस भी काम के हिसाब से लेने की बात शुरू कर देते है,जबकि सामने वाला सीआई को बारबार काम कर देने का गुहार लगा रहा है।उसके बदले सेवा करने की बात भी कह रहा है।एक तरफ सरकार के मद्य निषेध कानून की धाज्जिया उड़ा रहा है तो दूसरी तरफ नीतीश कुमार की सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति की भी बखेड़िया उधेरी जारही है।आखिर इन सरकारी बाबू को कौन समझाए शायद शराब अधिक चढ़ गई है।स्थानीय विधायक के प्रति भी अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने से बाज नही आरहे है।सीओ रूपौली राजेश कुमार से पूछा गया तो कहा कि तेलडीहा में एक विवादित जमीन को लेकर दो पक्ष आमने सामने है।उसी मामले के एक पक्ष के लोगों ने सीआई रामचंद्र मोची को पार्टी देने के बहाने लेजाकर वीडियो शूट किया है।हालांकि वीडियो की सत्यता क्या है इस पर जांच चल रही है ।आगे सीओ राजेश कुमार ने बताया कि पूर्व से भी सीआई कि इस तरह की शिकायत मिल रही थी।जब सीआई को कार्यालय में बुलाकर अपनी कार्यशैली में सुधार करने का निर्देश दिया गया तो दूसरे दिन ही सीआई ने एक कार्यालय कर्मी के माध्यम से ही सीओ को सूचना भेजवा दिया कि सीओ को बोल दो चुप रहे अन्यथा एस टी एस सी मुकदमा में फंसा कर जेल भेज देंगे।