पूर्णिया जिला स्थापना दिवस पर दौड़,पुष्प प्रदर्शनी और वृक्षारोपण का आयोजन

हर साल 14 फरवरी को पूर्णिया जिले का स्थापना दिवस मनाया जाता है आज ही के दिन 14 फरवरी 1770 को तत्कालीन ईस्ट इंडिया कंपनी ने पूर्णियां को जिले का दर्जा दिया था। गुजरते वक्त के साथ पूर्णियां 251 में वर्ष में प्रवेश कर गया। यह भारत का तीन सबसे पुराने जिले में एक है। स्थापना दिवस को लेकर सवेरे से ही युवाओं की टोली जुटने लगी थी। सभी उत्साह और उल्लास के साथ इस क्षण का गवाह बने। चेहरे पर 251 वर्ष में जिले के प्रवेश करने की खुशी और मन में उमंग साफ तौर पर झलक रहा था। हर कोई अपने अपने तरीके से स्थापना दिवस को कैमरे में कैद करते दिखे। जल जीवन हरियाली को दर्शाते हुए एक आकर्षक रंगोली भी बनाई गई जो बरबस लोगों का ध्यान आकृष्ट कर रहा था। लोगों ने अपने मित्रों और सहयोगियों के साथ जमकर सेल्फी लिया। स्थापना दिवस के मौके पर कलाभवन में वृक्षारोपण किया गया। एडीएम सह प्रभारी जिला पदाधिकारी तारिक इकबाल ने कलाभवन स्थित परिसर में पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इसके अलावा नगर निगम के आयुक्त विजय कुमार सिंह, डीडीसी मनोज कुमार, जिला परिषद अध्यक्ष क्रांति देवी, सदर एसडीओ डॉ विनोद कुमार, सहित प्रशासनिक पदाधिकारियों ने बारी-बारी से पौधे लगाए। इसके बाद कलाभवन से इंदिरा गांधी स्टेडियम तक वॉक एंड रन के तहत पूर्णियां वासी सामूहिक रूप से दौड़ में शमिल हुए। कलाभवन के रास्ते नगर निगम चौक आर एन साह के रास्ते गिरजा चौक होते स्टेडियम में जाकर दौड़ का समापन हुआ। जिला प्रशासन के पदाधिकारी, युवक, युवतियां , स्कूली बच्चे समाजसेवी सहित हर उम्र के लोगों ने गर्मजोशी के साथ दौड़ में हिस्सा लिया। युवाओं ने भारत माता के जयकारे भी लगाए। प्रभारी जिलाधिकारी ने कहा कि पूर्णियां विकास के पथ पर उभरते हुए जिले के रुप में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यहां के लोग और यहां की आबोहवा दोनों अच्छी है। हरियाली के मामले में जिला अव्वल दर्जे पर कायम है। डीडीसी मनोज कुमार ने कहा कि लगातार पूर्णियां नित नयी ऊचाइयों की ओर आगे बढ़ रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य के अलावा यातायात के मामले में पूर्णियां जिला अन्य जिलों की अपेक्षा काफी धनी है।