पूर्णिया पुलिस परिवार परामर्श केंद्र बिखरे परिवारों को जोड़ने में लागातार प्रयासरत।

पूर्णिया पुलिस परिवार परामर्श केंद्र के कार्यों की चर्चा के साथ-साथ उसकी सराहना ग्रामीण स्तर पर होने लगी है कई गांव के मुखिया एवं सरपंच जब पंचायत करने के बाद भी पति-पत्नी की हठधर्मिता के कारण लाचार हो जाते तभी उन्हें निर्देश देते हैं पुलिस अधीक्षक के यहां चले जाओ वहीं पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में तुम लोगों का मामला देखा जाएगा। शुक्रवार को पूर्णिया पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में कई तरह के मामले आए जिसमें एक पति पत्नी हरदा बस्ती के मरंगा थाना से इस केंद्र में आया जहां पति द्वारा बताया गया की पत्नी बिना बताए बार-बार भागकर मायके चली जाती है वही पत्नी कहती है कि पति उसे गाली गलौज और मारपीट करता है ग्रामीण पंच एवं समाजसेवियों का भी उस पर कोई असर नहीं होता है लाचार होकर मरंगा के मुखिया ने हम दोनों पति पत्नी को सलाह दिया की दोनों पुलिस अधीक्षक के जनता दरबार में चले जाओ उसी निर्देश पर हम इस केंद्र में आए हैं केंद्र ने दोनों को सुना और दोनों को काफी समझाया अंत में दोनों एक साथ मिलने के लिए तैयार हो गए और बंधपत्र बनाकर खुशी खुशी अपने घर को प्रस्थान कर गए।वहीं डगरूआ थाना की एक बीवी ने अपने शौहर पर आरोप लगाया कि उसने दूसरी शादी कर ली है वही पति का कहना है बार-बार मायके चली जाती थी मैंने उसे चेतावनी भी दिया था कि तुम नहीं आओगी तो मैं दूसरी शादी कर लूंगा वह नहीं आई इसलिए मैंने दूसरी शादी कर लिया कब हुआ पति के साथ जाने के लिए तैयार है लेकिन कहती है कि सौतन के साथ नहीं रहूंगी पति 3 महीने का समय मांगता है और कहता है कि 3 महीने में जब नया घर बना लूंगा तभी ले जाऊंगा लड़की कहीं कि जब तक नहीं ले जाएगा तब तक ₹3000 प्रति महीना दे लड़का रुपैया देने के लिए तैयार हो गया इस आशय का बांड पत्र बना दिया गया।एक और मामला कसबा थाना के मजगामा बस्ती की थी जिसमें एक सोहर की दो बीवियों आपसी झगड़े शिकायत केंद्र में पहुंची समझाने बुझाने पर छोटी बीवी ने केंद्र को विश्वास दिलाया की वह अपनी बड़ी सौतन को बड़ी दीदी की तरह मानेगी और कभी कोई शिकायत का मौका नहीं देगी।