बुजुर्ग समाज के अध्यक्ष सह प्रख्यात साहित्यकार भोलानाथ आलोक का निधन।

पूर्णिया साहित्यिक जगत को भारी क्षति पहुंची है।बुजुर्ग समाज के अध्यक्ष सह साहित्यकार भोलानाथ आलोक का मुजफ्फरपुर में उपचार के दौरान निधन हो गया।जिससे परिवार में जहां मातम पसर गया है वही साहित्यिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।भोलानाथ आलोक के निधन को लोग पूर्णियाँ सीमांचल के लिए अपूरणीय क्षति बता रहे हैं।भोलानाथ आलोक लंबे समय से बीमार चल रहे थे और अचानक उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ जाने के कारण उन्हें स्थानीय एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया।जिसके बाद उन्हें वहां से भी विशेष उपचार के लिए मुजफ्फरपुर लाया गया किंतु उसके बावजूद उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ और उन्होंने मुजफ्फरपुर अस्पताल में ही अंतिम सांस ली।उनके चाहने वाले उनके अंतिम दर्शन के लिए उनका शव पूर्णिया आने का इंतजार कर रहे हैं।उनके आवास पर चाहने वालों की भीड़ बढ़ती जा रही है और लोग उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं ।