लॉकडाउन के पहले दिन पूर्णिया जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक समेत कई अधिकारी सड़क पर उतरे।
बिहार में कोरोना संक्रमण का दूसरा लहर तेजी से पांव पसार रहा है।वहीं बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्स सरकार के आगामी 15 मई तक सम्पूर्ण लॉकडाउन के ऐलान के बाद पूर्णिया जिलापदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक खुद सड़कों पर उतर गए हैं।बिहार में 15 मई तक लगाए लॉकडाउन को लेकर पूर्णिया में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनाती की गई।जगह जगह पर चेक पोस्ट बनाए गए हैं,इन चेक पोस्ट पर जिला पुलिस के साथ साथ यातायात पुलिस की तैनाती की गई है।वहीं इस बीच लॉकडाउन के पहले दिन जिला पदाधिकारी राहुल कुमार और पुलिस अधीक्षक दयाशंकर समेत कई अधिकारी सड़क पर उतरे,और पूर्णिया के आर एन साह चौक,भट्ठा बाजार स्थित चित्रवाणी रोड का निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान आम लोगों को 11 बजे के बाद घर से बाहर नही निकलने का निर्देश दिया।निरीक्षण के क्रम चित्रवाणी रोड स्थित लॉकडाउन के दौरान चोरी छिपे मोबाईल बेचते हुए तीन लोगों को पुलिस हिरासत में लिया गया।वहीं पदाधिकारी को 11 बजे के बाद यदि कोई अपनी दुकान खुली रखता है,तो उस पर कार्रवाई करने और बिना काम के घर से बाहर निकलने वालों से भारी जुर्माना वसुलने का निर्देश दिया।इस दौरान डीएम राहुल कुमार ने कहा कि जिले में 15 मई लॉकडाउन लागू है।जिसको लेकर सुबह 7 बजे से 11 बजे के बाद अनिवार्य सेवा की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें बंद किया गया।उन्होने कहा कि जिले में चेक पोस्ट बनाए गए जहां पर अधिकारी और पदाधिकारी को तैनात किया गया है।लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने को लेकर लोगों से प्रशासन को साथ देने का अपील की हैं।उन्होंने कहा कि लोग पुलिस और प्रशासन को धोका देकर इधर -उधर निकल रहे है,वो प्रशासन को नहीं बल्कि खुद को धोखा दे रहे है।कोरोना वायरस का संक्रमण है,ये कभी भी किसी को लापरवाही के कारण चपेट में ले सकता है।वहीं एसपी दयाशंकर ने कहा कि पुलिस और जिला प्रशासन लॉकडाउन का पालन कराने को लेकर सख्त है।लॉकडाउन का सही ढ़ंग से पालन नही करने वाले लोगों पर जुर्माना सहित मामला दर्ज किया जायेगा।