एनर्जेटिक फाउंडेशन ने स्वदेशी वैक्सीन के बारे में गलत अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की मांग की।
अफवाह गिरोह के दुष्प्रचार के कारण भारत निर्मित स्वदेशी वैक्सीन को विदेशी वैक्सीन के सामने घटिया वैक्सीन बताने वालों के खिलाफ अब कार्रवाई करने का वक्त आ गया है। उपरोक्त मांग सामाजिक संस्था एनर्जेटिक फाउंडेशन के द्वारा की गई है।फाउंडेशन के अध्यक्ष रोहित यादव उपाध्यक्ष सह अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक ने कहा है कि अब नाक से पानी ऊपर जा रहा है कोरोना वैक्सीन में गाय के बछड़े का खून की अफवाह फैलाने वाले महा पापी हैं ऐसा करके वह देश के बहुसंख्यक समाज के बीच सांप्रदायिक उन्माद फैलाना चाहते हैं यह लोग षडयंत्र रच कर पूरे देश को गुमराह करना चाहते हैं इन्हीं के गुमराह करने के बदौलत देश के कई प्रांतों में लोग वैक्सीन लेने से कतरा ने लगे थे परिणाम यह हुआ की बड़ी मात्रा में वैक्सीन की बर्बादी हुई भारत सरकार सामाजिक संस्था की जागरूकता के बदौलत बहुत हद तक लोगों का भ्रम दूर हुआ और बड़ी संख्या में युवा पीढ़ी वैक्सीन लेने के लिए आगे आए अचानक बड़ी संख्या में वैक्सीन की मांग बढ़ जाने से वैक्सीन की कमी हो गई सब सरकार की आलोचना की गई और कहां गया कि वैक्सीन की जिम्मेवारी राज्य सरकारों को छोड़ दी जाए जब केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को जिम्मेदारी सौंपी तो कहां गया कि केंद्र सरकार अपनी जिम्मेवारी से भाग रही है यह कैसी आलोचना है उन्होंने कहा है के विपक्ष को सकारात्मक भूमिका अदा करनी चाहिए। हर समय नकारात्मक बातें करना विपक्ष को शोभा नहीं देता है कोरोना काल में वैक्सीन संजीवनी बूटी है जो आप के प्राणों की रक्षा कर सकता है आपके सामने दो विकल्प है या तो वैक्सीन लेकर अपने प्राणों की रक्षा करें या अफवाह फैलाने वाले गिरोह के शिकार होकर खुद को मौत के मुंह में धकेल ले फैसला आपके हाथ में है।