शुक्रवार को पुलिस परिवार परामर्श केंद्र पूर्णिया 32 मामलों की सुनवाई जिसमें 8 मामलों का किया गया निष्पादन।
हमेशा की तरह इस बार फिर पुलिस परिवार परामर्श केंद्र के सदस्यों द्वारा पांच परिवारों का घर समझा-बुझाकर बसा दिया गया हम आपको बता दें कि केंद्र में कुल 32 मामले आए लेकिन शुक्रवार को कुल 8 मामलों का निष्पादन किया गया जिसमें मौत मामले ऐसे थे जो पारिवारिक विवाद का था और उसमें पति पत्नी अपनी अपनी जिद पर अड़े हैं लेकिन उन्हें थाना अथवा न्यायालय जाने का सुझाव दिया गया मामले को सुलझाने में केंद्र के सदस्य दिलीप कुमार दीपक बबीता चौधरी रविंद्र कुमार साह जीनत रहमान प्रमोद जायसवाल एएसआई नीलम सिंह कार्यालय सहायक नारायण कुमार गुप्ता ने अहम भूमिका निभाई शुक्रवार को रूपौली थाना के झाला की बच्ची के पिता और दो पुत्रों का मामला इसके अंदर भी आया जिसमें पिता द्वारा बताया गया वह ड्राइवर है और 2011 में व सेवानिवृत्त हो चुका है उसे सेवानिवृत्त के पश्चात पेंशन की सुविधा नहीं थी फिर भी वह अपनी सारी जिंदगी की कमाई से कुछ जमीन खरीदा और पक्का का मकान बनवाया दो बेटों की शादी भी करवाई किंतु 2016 में दोनों बेटों ने अपने मां-बाप को मारना पीटना शुरू कर दिया। यह मामला पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में आने के बाद दोनों पक्षों के बीच मिलजुल कर रहने के लिए कहा गया और बेटा से पिता ने प्रति महीना 12000 देने की बात कही इस शर्त पर रुपए देने के लिए तैयार हुआ यदि पिता अपनी कमाई से खरीद कर गई जमीन को बिक्री नहीं करेंगे तुम लोग पिता को प्रतिमाह 12000 देने के लिए तैयार है केंद्र में बेटा द्वारा अपने पिता को ₹10000 दिए गए और कहा गया कि अगले शुक्रवार को बाकी बचा हुआ 2000 अगले शुक्रवार को सी केंद्र में दे दूंगा। वही कुछ मामलों को लेकर अगले शुक्रवार को मामला सुलझाने के लिए आग्रह किया गया।