पूर्णिया पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में शुक्रवार को 30 मामलों की सुनवाई हुई जिसमें 5 परिवार को आपस में मिलाया गया।
परिवार परामर्श केंद्र आज 30 मामलों की सुनवाई की गई जिसमें से 5 परिवार को समझाने बुझाने के बाद उन्हें उनकी मंजिल मिल गई पति-पत्नी खुशी खुशी केंद्र से अपने घर को रवाना हो गए। वही चार मामले में पति पत्नी मंजिल के करीब पहुंच कर दी एक दूसरे के साथ रहने के लिए तैयार नहीं हुए तो उन्हें थाना अथवा न्यायालय की शरण लेने को कहा गया कुल 9 मामले को निष्पादित किया गया वही एक मामले सब्दलपुर वार्ड नंबर 14 थाना कस्बा की एक सास का मामला केंद्र में आया सास की शिकायत थी कि उसकी बेटी को ससुराल वालों द्वारा दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता था।जिसके लिए वह केंद्र में शिकायत की थी किंतु उसकी लड़की बीमारी की वजह से मर चुकी है इसलिए वह अपने दामाद के खिलाफ अब कार्रवाई करके क्या करेगी पति उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया करता था।जिसके लिए वह पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में शिकायत की थी जब बेटी ही नहीं रही तो वह इस मामले को आगे बढ़ा कर क्या करेगी बेटी को तीन लड़का है मेरे बड़े बेटे को केवल बेटी है मैं अपने दामाद से आग्रह करती हूं अपने तीन बेटों में से एक बेटा इस नानी की झोली में डाल दे दामाद जो इस केंद्र में उपस्थित था।उसने कहा कि मुझे एक बेटा देने में कोई आपत्ति नहीं है किंतु मेरे परिवार के लोग इस बात के लिए राजी नहीं है दामाद ने यह भी कहा की सास मेरे घर से थोड़ी ही दूर पर रहती है उसको जब जी चाहे अपनी नाती से मिल सकती है इसमें उसे किसी प्रकार की कोई रुकावट नहीं डाली जाएगी।तब केंद्र ने इस मामले को यहीं पर स्थगित कर दीया गया इस प्रकार नानी की नाती की फरियाद आंशिक मात्रा में पूरी हो सकी बेटी के बाद नाती को पालने का शौक उसके मन में ही रह गई जब दामाद ने कहा उसके मां-बाप इसके लिए राजी नहीं है इसलिए मैं अपनी सासू मां से आग्रह करता हूं कि हम दोनों का घर अगल-बगल ही है इसलिए उसे जब चाहे अपनी नाथू से मिलने की पूरी छूट रहेगी इस प्रकार इस मामले को यही स्थगित कर दिया गया बासी थाना की बकरियां बच्ची की नीलम देवी की शिकायत थी कि उसका पति प्रदीप दो-तीन वर्षों से दहेज के कारण दोनों का संबंध अच्छा नहीं था तीन-चार दिन पूर्व मारपीट कर पति घर से भगा दिया मैं दो बच्चों के साथ अपने मायके में रह रही हूं।प्रदीप ने स्वीकार किया कि मामूली मारपीट हुई है इससे मेरी पत्नी को पीड़ा हुई है तो मैं सबके सामने अपनी गलती मानता हूं और वादा करता हूं कि भविष्य में किसी तरह का कष्ट पत्नी को नहीं होने दूंगा।आश्वासन पाकर पत्नी के साथ रहने को तैयार हो गई मावली को सुलझाने में केंद्र के सदस्य दिलीप कुमार दीपक स्वाति बसंती बबीता चौधरी रविंद्र शाह एवं प्रमोद जायसवाल ने अहम भूमिका निभाई।