पूर्णिया पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में शुक्रवार को 33 मामलों में 9 मामलों का किया गया सफल निष्पादन।

कटिहार जिला के कोढा थाना अंतर्गत विसरिया बस्ती की एक पत्नी जो गत शुक्रवार को यह कह कर पति के साथ जाने से इंकार कर गई थी वह आज कपड़ा लगता लेकर नहीं आई है अगले शुक्रवार को वह सारे सामान के साथ इसी केंद्र से विदा हो जाएगी बायसी थाना खोकसा बस्ती का युवक आज केंद्र से सारे शिकवे शिकायत भुला कर अपनी पत्नी को विदा कर ले गए इस अवसर पर दोनों पक्ष के अभिभावक उपस्थित थे के के नगर थाना के परोरा बस्ती का एक पिता पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में अपना दुखड़ा सुनाते हुए कहा कि मैंने दो दो बेटे को पाल पोस कर बड़ा किया उसकी शादी रचाई किंतु ही दोनों बेटा आज मुझे और अपनी मां को भरण पोषण करने से कतरा रहा है साथ ही गाली गलौज तथा मारपीट भी करता है और इसी 13 जून को घर से भी भगा दिया है केंद्र की फटकार के बाद बेटा आरोप का खंडन करता है तथा कहता है कि वह पिता की 8 कट्ठा जमीन को जोत आवादकर किसी प्रकार अपना एवं अपने बाल बच्चों का गुजर बसर करता है उससे बचता ही नहीं है तो माता-पिता की कहां से सेवा कर सकेगा वह कहता है कि 8 कट्ठा जमीन कि जोत आवाद कितनी मुसीबत से करता है यह वही जानता है ऐसा जमीन रहना नहीं रहना कोई मायने नहीं है इससे अच्छा मेरे पिता वह जमीन मुझसे ले ले किंतु सभी जगह यह कह कर मुझे जलील न करें कि मैं उन का भरण पोषण नहीं करता हूं पिता कहते हैं की जमीन वह छोड़ दे मैं उस जमीन को बटाई पर दे कर अपना जीवन यापन कर लूंगा बेटा राजी हो जाता है और बॉन्ड पेपर पर लिख कर देता है उसे जमीन से कोई वास्ता नहीं रहेगा श्रीनगर थाना के जगली बस्ती की एक बेगम की शिकायत थी उसके ससुराल वाले उसे शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं कई बार पंचायती हुई फिर भी ससुराल वाले के रुख में कोई परिवर्तन नहीं आया पति विश्वास दिलाता है कि अब वह भविष्य में कभी भी उसके साथ मारपीट नहीं करेगा किंतु पत्नी इस बात पर बैठी रहती है की वह 4 माह की गर्भवती है अगर वह ससुराल गया तुम मारपीट और हाथापाई में उसके बच्चे की नुकसानी हो जाएगी इसलिए जब तक वह बच्चा को जन्म नहीं दे देती तब तक वह पति के साथ ससुराल नहीं जाएगी इस आशय का बांड पत्र बनाया जाता है और मामले को निष्पादित कर दिया जाता है साथ ही यह भी कहा जाता है कि अगर आप सहमत नहीं है तो न्यायालय की शरण ले सकते हैं डगरूआ थाना की एक बेगम की शिकायत थे उसका पति और ससुराल वाला ₹200000 की मांग करता है तथा कहता है कि जब रुपया दोगी तभी तुमको चैन से रहने दिया जाएगा वे लोग उसे जान से मार देने की धमकी भी देते हैं समझाने बुझाने पर पहले तो पति आरोप का जोरदार खंडन करता है उसके बाद दोनों पक्ष मान जाते हैं और भविष्य में मिलजुल कर रहने की कसम खाते हैं पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में आज 33 मामलों की सुनवाई की गई जिसमें 9 मामलों को निष्पादित किया गया 4 मामलों में बिछड़े हुए पति पत्नी को समझा-बुझाकर उनका घर फिर से बता दिया गया एक पिता पुत्र के मामले काठी निष्पादन किया गया 3 को नहीं मानने पर थाना अथवा न्यायालय से अपना मामला सुलझा लेने का सुझाव दिया गया एक मामले में एकपक्षीय आदेश पारित किया गया मामला को सुलझाने में केंद्र की संयोजिका वह महिला थाना अध्यक्ष किरण बाला सदस्य दिलीप कुमार दीपक जीनत रहमान प्रमोद जायसवाल अहम भूमिका निभाई