महाशिवरात्रि को लेकर पूर्णिया में जगमगा रहा शिवालय, महाशिवरात्रि पर शुभ योग।
शिवरात्रि को लेकर शहर के मंदिरों और शिवालयों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। मंदिर का रंग रोगन कर रंगीन झिलमिलाते बल्ब से सजावट की गई है। शहर के पॉलीटेक्निक चौक, हरदा ,जनता चौक सहित विभिन्न जगहों पर स्थित मंदिर में भक्त भगवान भोले शंकर की पूजा अर्चना कर रहे हैं। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस बार महाशिवरात्रि पर ग्रहों का विशेष.संयोग बन रहा है। पंडितों की मानें तो इस बार महाशिवरात्रि पर शिव योग के साथ घनिष्ठा नक्षत्र होगा और चंद्रमा मकर राशि में होगा। ज्योतिषियों के मुताबिक चतुर्दशी तिथि 11 मार्च के दोपहर 2 बजकर 41 मिनट से 12 मार्च दोपहर 3 बजकर 3 मिनट तक रहेगी। इस दिन भोलेनाथ के भक्त उपवास रखकर विशेष पूजा अर्चना कर भजन करते हैं। रूद्राभिषेक भी किया जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार पंचक 11 मार्च को सुबह 9 बजकर 21 मिनट से प्रारंभ होगा जो 16 मार्च के सुबह 4 बजकर 44 मिनट तक रहेगा। मुख्य रूप से इस दिन शिव पार्वती के विवाह के पर्व को भक्त पूरे विधि विधान के साथ उत्साह पूर्वक मनाते हैं। धार्मिक मान्यता है कि शिवरात्रि के दिन जो भक्त पूरे मनोयोग से पूजा अर्चना करते हैं उसकी मनोकामना पूर्ण होती है। गंगाजल फल फूल धूप दीप के साथ भक्त भोलेनाथ की आराधना.करते हैं। कोविड को देखते हुए शिवालयों में मास्क.पहनकर भक्तों को आने की सलाह दी गई है। मधसिद्धिनाथ मंदिर में इस बार शिव बारात नहीं निकाला जाएगा मगर चारों दिन विधिवत भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा होगी।