PURNEA

पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में शुक्रवार को 25 मामलों की सुनवाई की गई,8 परिवारों का बसाया घर।

पूर्णिया कटिहार जिला के कोढा थाना विशहरिया बस्ती की एक लड़की जिसकी शादी बायसी थाना के खोकसा के युवक के साथ हुई है।उसने अपने पति सहित ससुराल वालों पर उसके साथ मारपीट गाली गलौज करने का आरोप लगाया वादिनी का कथन था कि बरसात के दिन में सासु मां ने चाय की मांग की बरसात होने के कारण चाय देने में देर हुई जिसके कारण सास बहुत प्रकार से गाली गलौज की वादिनी बताई कि शादी के 2 साल हुए हैं किंतु उसका बाल बच्चा अभी तक नहीं हुआ है।इसके लिए भी ससुराल वाले बराबर मेरे पिता से शिकायत किया करते हैं।प्रतिवादी पति का कहना है मेरे ससुर कहते हैं जब मेरी बड़ी लड़की से तुम्हें बाल बच्चा नहीं है हम दूसरी लड़की से तुम्हारी शादी करवा देंगे वादिनी इस बात का खंडन करती है और अपने देवर पर आरोप लगाती है की देवर उसके साथ गलत हरकत करना चाहता है जब पति से कहती हूं तो पति अपने भाई का ही पक्ष लेता है प्रतिवादी पति का कहना है की लड़की की मां फोन पर उसे कहती है के तुमको जो सामान भेज रहे हैं वह अपने सास ससुर और पति और देवर को खिला देना तुम खुद मत खाना इस प्रकार दोनों अपनी शिकायत की गठरी को खोलते रहे तब अंत में के सदस्यों ने समझाया समझाने पर लड़की के पिता कहे आज इस केंद्र से विदा के नहीं देंगे क्योंकि कपड़ा लगता लेकर लड़की नहीं आई है अगली तिथि इसी केंद्र से विदा कर देंगे दोनों पक्ष राजी होते हैं और बंध पत्र बना देते हैं।बलवाही श्रीनगर थाना एक बेगम की शिकायत थी उसका पति दहेज के लिए शादी के दो महीना बाद से ही उसे मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रचार किया करता है प्रतिवादी केंद्र के समक्ष यह स्वीकार करता है भविष्य में कभी भी पत्नी के साथ बदसलूकी नहीं करेगा पति को सम्मान के साथ रखेगा पति के विश्वास दिलाने पर पत्नी पति पर भरोसा कर उसके साथ केंद्र से ही विदा हो जाती है के नगर थाना एक पति बताता है कि पत्नी से उसे कोई शिकायत नहीं है लेकिन सास पत्नी को बरगला कर बहला-फुसलाकर लेकर मायके चली जाती है सासू मां का अनावश्यक हस्तक्षेप करने से रोका जाए समझाने बुझाने पर यह मामला सुलझ जाता है 12 नवंबर को पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में कुल 25 मामलों की सुनवाई की जाती है 8 मामलों का निष्पादन होता है जिसमें से 3 मामलों में पति पत्नी के बीच आपस में मेल मिलाप हो जाता है दो मामले में एक तरफा आदेश पारित किया जाता है तीन मामले को थाना अथवा न्यायालय से सुलझा लेने के लिए सुझाव दिया जाता है मामले को सुलझाने में केंद्र के अधिकारी दिलीप कुमार दीपक रविंद्र शाह प्रमोद जायसवाल पुलिस अवर निरीक्षक किरण कुमारी एवं कार्यालय सहायक नारायण गुप्ता ने अहम भूमिका निभाई।

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