पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में शुक्रवार को 22 मामले की सुनवाई,9 का हुआ निष्पादन।
पूर्णिया पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में कुल 22 मामलों की सुनवाई की गई जिसमें से 9 मामले निष्पादित किए गए 6 मामलों में समझा-बुझाकर पति-पत्नी का उजरा हुआ घर बसा दिया गया 3 मामलों में समझौता नहीं हो पाने के कारण उन्हें थाना अथवा न्यायालय की शरण लेने की सलाह दी गई मधेपुरा जिला के वार्ड नंबर 5 प्रोफेसर कॉलोनी के पति की शिकायत थी कि उसकी पत्नी उसकी बूढ़ी मां के संबंध में कहती है कि जब तक यह बुढ़िया नहीं मानेगी तब तक मैं ससुराल नहीं आऊंगी पत्नी कहती है कि 10 साल तक मैं ही अपनी सांस की देखभाल की कोई दूसरा नहीं किया मेरा पति झूठ बोलता है पत्नी यह भी कहती है कि मेरा पति हमेशा अपने भाई और भाभी के बातों पर चलता है उसके जवाब में पति बताता है कि मेरे पिता नहीं है भाई और भाभी नहीं उनके अनुपस्थिति में मेरा शादी विवाह या समय-समय पर देख ले क्या करते हैं वह कैसे नहीं उनकी बात सुनेगा केंद्र के समझाने बुझाने पर डेढ़ साल से अलग रह रही पत्नी पति के साथ जाने के लिए तैयार हो जाती है केहाट सहायक थाना के सर्वोदय नगर की और बीमार मां अपने बहू पर आरोप लगाती है की वह उसकी देखभाल नहीं करती है झगड़ा का कारण पेंशन का रुपया था केंद्र द्वारा कहां गया की पेंशन पृथ्वी पर पति पत्नी दोनों का अधिकार रहेगा संयुक्त परिवार है सब का खाना एक ही स्थान पर बनेगा सभी एक दूसरे का सम्मान करेंगे मकान की ऊपरी फ्लाइट को किराए पर लगाया जाएगा उसका किराया वादिनी उठाएगी उस रुपैया से मकान की मरम्मत की जाएगी बेटी जो ससुराल छोड़कर मायके में रहती है वह अपने खर्च से दो कमरा बनाएगी रास्तों पर सबका बराबर बराबर हक होगा दमाद ने फोन पर संपर्क कर कहा कि मुझे ससुराल की संपत्ति से कोई रोक नहीं है और न मैं दबा कर लूंगा सभी पक्षों ने बॉन्ड पेपर पर हस्ताक्षर बना कर वर्षों से चले आ रहे इस विवाद का अंत किया जानकीनगर की एक पत्नी शिकायत करती है उसे एक पति और ससुर बुरी तरह से टूटता है खाना खर्चा भी नहीं देता है एक बेटी हुई है उसकी भी देखभाल नहीं करता है वही पति कहता है को बार-बार मायके भाग जाती है पत्नी कहती है वह मुझे नशे की सुई दे दिया करता है केंद्र की फटकार के बाद दोनों पक्ष मिलने के लिए तैयार हो जाते हैं रानी पतरा थाना की पत्नी इस सड़क पर जाने के लिए तैयार हुई कि उसका पति शराब नहीं पिएगा और न मारपीट करेगा पति ने शराब नहीं पीने की कसम खाई तथा बांध पत्र अपना हस्ताक्षर बना दिया सुना था ना कि एक पत्नी का आरोप था दहेज के लिए उसके ससुराल वाले मारपीट करते हैं डेढ़ साल से मायके में रह रही हूं कोई फोन भी नहीं करता और न भरण पोषण के लिए कृपया देता है समझा बुझा कर इसे भी मिला दिया गया मामला को सुलझाने में केंद्र के संयोजिका सह महिला थाना अध्यक्ष किरण बाला सदस्य दिलीप कुमार दीपक स्वाति वैश्य यंत्री बबीता चौधरी रविंद्र शाह जीनत अमान प्रमोद जायसवाल एवं कार्यालय सहायक नारायण गुप्ता ने ओम हम भूमिका निभाई हम भूमिका निभाई।