ब्रेन ट्यूमर जैसे गंभीर बीमारी से जूझ रहा है पूर्णिया का युवक,समाजसेवी निरंजन कुशवाहा ने इलाज के लिए बढ़ाया हाथ।

पटना के अयांश के लिए देश भर से दुआएं माँगी जा रही है।वहीं बिहार के पूर्णिया जिला का प्रह्लाद भी एक गंभीर बीमारी से गुजर रहा है।हालांकि इसके इलाज में सिर्फ 4 लाख ही खर्च आएंगे,मगर यह राशि भी इस परिवार के लिए बहुत बड़ी रकम है।हम आपको बता दें कि जलालगढ़ प्रखड के निजगामा पंचायत के मटियारपुर गाँव का 21 साल का युवक प्रह्लाद कुमार को ब्रेन ट्यूमर हो गया है।पिता दुलारचंद ऋषि खुश्कीबाग में मोटीया का काम करते है,उसके ही कमाई से पूरा घर चलता है। मगर इस गरीब परिवार के पास इतने पैसे नहीं है कि अपने बेटे का इलाज करवा सके।नतीजतन प्रह्लाद कुमार धीरे धीरे मौत के मुँह में जा रहा है।पिता दुलारचंद ऋषि ने बताया कि सर में दर्द होने के कारण करीब 5-6 साल से लाइन बाजार में ही नेत्र रोग विशेषज्ञ से इसका इलाज चल रहा था,जिसमे काफी पैसा लगा। अभी हाल में ही न्यूरोलॉजी के पास भेजा गया जहाँ उसे ब्रेन ट्यूमर बताया गया।उन्होंने बताया कि उनके पास पुराने जमाने का मिला इंदिरा आवास है जिसमें सभी परिवार रहते है,एक धुर भी खेती लायक जमीन नहीं है।कर्जा लेकर जो पैसा लिया था वह इलाज के दौरान जाँच कराने में ही खत्म हो गया।वहीं इस बारे में जब शहर के समाजसेवी सह खुदरा उर्बरक खाद बीज बिक्रेता संघ के अध्यक्ष निरंजन कुशवाहा को पता चला तो वे मदद के लिए आगे आये है।निरंजन कुशवाहा बुधवार को बीमार युवक के घर जाकर उनकी वस्तु स्थिति से अवगत हुए।उन्होंने बताया कि पूरा परिवार निहायत ही गरीब है। इनके पास खाने के पैसे नहीं है तो इलाज कैसे करवाएंगे।
श्री कुशवाहा ने बताया कि अमूमन देखा जाता है कि अनुसूचित जाति के बच्चें कम पढ़े लिखे होते है,मगर दुलारचंद ऋषि ने अपना पेट काटकर दोनो बच्चें के ग्रैजुएशन करवा रहे है।इसलिए ऐसे बच्चें को बचाना उनका फर्ज है ताकि इस जाति के बच्चे इनके पढ़ाई लिखाई से प्ररेणा ले सके। उन्होंने बताया कि इसके इलाज के लिए हर संभव मदद किया जाएगा।वे स्वयं डॉक्टर से मिलकर खर्च का आकलन लगाकर इलाज करवाएंगे।