पूर्णिया सिविल सर्जन ने की 5 दिवसीय पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत।
0 से 05 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो के साथ ही अन्य 12 जानलेवा बीमारियों से रक्षा के लिए पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान की शुरुआत सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा द्वारा सदर अस्पताल के प्रतिरक्षण केंद्र में किया गया। सिविल सर्जन द्वारा प्रतिरक्षण केंद्र में उपस्थित बच्चों को दवा पिलाते हुए वहां उपस्थित लोगों को इससे होने वाले फायदों की जानकारी दी गयी एवं सभी को अपने 0 से 05 वर्ष तक के बच्चों को नियमित पोलियो ड्रॉप पिलाने की अपील की गयी।इस दौरान वहां अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एस. के. वर्मा,जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र पासवान,डब्लूएचओ एसएमओ अनिसुर रहमान भुइयां,यूनीसेफ एसएमसी अमित कुमार,पाथ जिला समन्यवक पंकज कुमार के साथ ही अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व एएनएम उपस्थित रहे।डीआईओ डॉ. सुभाष चन्द्र पासवान ने बताया कि 05 दिवसीय पल्स पोलियो अभियान के दौरान पूरे जिले में 07 लाख 88 हजार बच्चों को दो बूंद पोलियो ड्रॉप पिलाया जाएगा।जिले में 50 हजार 900 वॉइल बी.ओ.पी.भी. उपलब्ध है. घर-घर जाकर 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने के लिए 1607 टीम बनाई गई है। जिसके द्वारा 06 लाख 71 हजार घरों का दौरा किया जाएगा।इसके अलावा जिले में 158 ट्रांजिट टीम व 52 मोबाइल टीम को भी लगाया गया है. जो हाई रिस्क गांवों/मोहल्लों,ईट भट्ठों,घुमंतू लोगों के बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाएंगे।एसीएमओ डॉ. एस. के. वर्मा ने कहा कि पोलियो एक लकवाग्रस्त बीमारी है जो बच्चों को आसानी से हो सकती है।हालांकि यह बीमारी किसी भी उम्र के लोगों को कभी भी हो सकती है।इसे बचपन से ही होने से पहले रोक देने के लिए 0 से 5 वर्ष के बच्चों को दो बूंद की पोलियो ड्रॉप पिलाई जाती है।दो बूंद ड्रॉप पोलियो के साथ ही बच्चों को अन्य 12 जानलेवा बीमारियों से भी बचाए रखता है।इसलिए हर अभिभावक को अपने बच्चों को नियमित पोलियो ड्रॉप जरूर पिलाना चाहिए।इसकी सुविधा सभी अस्पतालों, आंगनबाड़ी केंद्रों, अतिरिक्त टीकाकरण केंद्रों पर निःशुल्क रूप से उपलब्ध है।सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने बताया कि 05 दिवसीय पोलियो अभियान के साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों के लिए कोरोना का टीकाकरण भी चिन्हित टीकाकरण स्थलों पर नियमित चलाए जाएंगे।प्रथम चरण के टीका का पहला डोज 10 फरवरी से पूर्व ही पूरा किया जाएगा और उसके बाद कोविड-19 टीका का दूसरा डोज शुरू किया जाएगा।सभी अधिकारियों को पंजीकृत स्वास्थ्य कर्मियों को तय समय तक टीका लगा दिया जाना है. जिला स्वास्थ्य समिति तय समय पर टीकाकरण लक्ष्य हासिल करने के लिए कार्यरत है।