मधुबनी जिले के बेनीपट्टी में पत्रकार अविनाश झा की हत्या,बोरे में मिली अधजली लाश।
सुशासन की सरकार में एक और पत्रकार की हत्या नृशंस तरीके से जलाकर कर दी गई।सच लिखना गुनाह हो गया है।लोगों कहना है कि हत्या में शामिल दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी और स्पीडी ट्रायल के तहत मुकदमा चलाकर फांसी की सजा दी जानी चाहिए।बिहार के मधुबनी जिले के बेनीपट्टी में एक पोर्टल न्यूज चलाने वाले पत्रकार अविनाश उर्फ बुद्धिनाथ झा को अस्पताल माफियाओ ने जिंदा जलाकर हत्या कर दी है,बुद्धिनाथ का शव उरैन गाँव के पास सड़क किनारे बोरे में बंद मिला।अधजले शव के कपड़े से उसकी पहचान हुई।बताया जाता है कि बुद्धिनाथ लगातार बेनीपट्टी में चल रहे फर्जी अस्पताल के बारे में खबर चला रहे थे।साथ ही आरटीआई लगाकर कई खुलासे भी कर रहे थे।जिसके बाद अस्पताल माफियाओ के आँखों की किरकिरी बन गए थे,फिर अचानक 9 नवंबर की रात पत्रकार गायब हो गया।परिजनों ने सभी जगह ढूंढा फिर थक हारकर बड़े भाई चंद्रशेखर झा ने थाना में गुमसुदगी का आवेदन दिया।इधर 4 दिन बाद शव मिलने के बाद लोगो मे आक्रोश है।बिहार सहित देश के तमाम पत्रकारो में इस घटना को लेकर रोष है।शव देखने से 4 दिन पूर्व का लग रहा है,यानी जिस दिन उसे अगवा किया गया उसी दिन उसकी हत्या कर दी गई थी।परिजन ने पुलिस को एक एक कर सभी अस्पताल वालो के नाम बताए है।वही पुलिस अभी तक किसी की गिरफ्तारी नही की है,बस जाँच की बात कही है।